जुए की हताशा: बुरीराम में छात्र ने हार के बाद नहर में कूदकर दी जान।

सोचिए, एक पल आप उम्मीदों के साथ ऑनलाइन स्लॉट खेल रहे होते हैं, और अगले ही पल आप पानी में डूब रहे होते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ बुरीराम में 4 जुलाई 2025 को, जब एक 21 वर्षीय छात्र ने जुए में अपनी सारी बचत हारने के बाद नहर में कूदकर जान दे दी।

नहर के किनारे आखिर हुआ क्या?

छात्र, जिसकी पहचान “चू” के नाम से हुई है, बुरीराम के मुआंग जिले का निवासी था। वह ऑनलाइन स्लॉट्स में 7,000 से ज्यादा रुपये हारने के बाद बहुत परेशान होकर घर लौटा। उसी शाम वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ नहर के किनारे टहलने गया और अचानक चुपचाप पानी में कूद गया।

पास के सुरक्षा गार्ड ने मदद के लिए चिल्लाते हुए आवाजें सुनीं। चू की गर्लफ्रेंड ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाई। उसके बाद सिर्फ एक टी-शर्ट किनारे पर रह गई, और रेस्क्यू टीम को बुलाया गया।

रेस्क्यू ऑपरेशन और दिल दहला देने वाला नतीजा

करीब 45 मिनट की खोजबीन के बाद गोताखोरों ने चू का शव नहर की लगभग 5 मीटर गहराई में पाया। बुरीराम की पुलिस और डाइविंग टीम की अगुवाई में शव को बाहर निकाला गया—लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

उसके शरीर पर किसी तरह की मारपीट या हमले के कोई निशान नहीं मिले। वह केवल जींस और जूते पहने हुए था।

घटना का क्रम – एक नजर में
पल क्या हुआ
जुए की हार चू ने 7,000 से अधिक रुपये ऑनलाइन स्लॉट में गंवा दिए
मन की बेचैनी गर्लफ्रेंड को चिंता में बताया कि पैसे हार गया है
नहर किनारे की सैर चुप हो गया, आंखों में खालीपन
पानी में कूदना अचानक नहर में कूद गया, बहाव में बहता चला गया
बचाने की कोशिश गर्लफ्रेंड और गार्ड ने खींचने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे
शव की बरामदगी 45 मिनट बाद 5 मीटर नीचे से शव मिला
क्यों ये कहानी दिल को छूती है?

आप सोच सकते हैं, “हारने के बाद फिर से क्यों खेला?” जुए का वो झूठा रोमांच आपको जीत की उम्मीद में खींचता है। लेकिन जब हार बार-बार होती है, तो दिमाग उस दबाव को झेल नहीं पाता। खासकर तब, जब छात्र जैसे सीमित संसाधन वाले लोग इसके शिकार हो जाते हैं।

थाईलैंड सरकार भले ही ऑनलाइन जुए पर कार्रवाई कर रही हो, लेकिन ऐसे मामले बताते हैं कि इसका असर कितना गहरा और खतरनाक हो सकता है।

इससे क्या सीख मिलती है?

यह सिर्फ एक मौत की खबर नहीं है—यह एक चेतावनी है। अगर कोई आपका करीबी तनाव में है, तो उसे नजरअंदाज न करें। बात करें। साथ दें। और याद रखें—कोई भी हार इतनी बड़ी नहीं होती कि उसके बदले एक ज़िंदगी कुर्बान की जाए।

अगर आपको लगता है कि कोई जुए की लत में फंस रहा है, तो तुरंत मदद लें। देर न करें।

निष्कर्ष

एक छोटी सी हार, एक खतरनाक फैसला, और एक अनमोल जान—चू की कहानी हमें यही बताती है कि जुआ सिर्फ पैसे नहीं, ज़िंदगी भी छीन सकता है। इस घटना से सबक लें: किसी की चुप्पी को हल्के में न लें, और जुए की लत को मजाक न समझें।

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