थाईलैंड ने अपने चावल निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है। हाल ही में 26 मई को बैंकॉक में आयोजित 10वें थाईलैंड राइस कन्वेंशन (TRC) 2025 के दौरान देश ने 1,00,000 टन अतिरिक्त चावल निर्यात का लक्ष्य रखा है। इस कदम से 2 अरब से अधिक थाई बाथ की आय की उम्मीद की जा रही है, जिससे थाईलैंड की वैश्विक चावल बाजार में स्थिति और मजबूत होगी।
प्रीमियम थाई चावल किस्मों का प्रदर्शन
TRC 2025 में थाईलैंड ने अपनी विविध और उच्च गुणवत्ता वाली चावल किस्मों को प्रस्तुत किया, जिनमें शामिल हैं: जैस्मिन चावल, ऑर्गेनिक चावल, लो-कार्बन चावल, भौगोलिक संकेत (GI) चावल, और विशेष किस्मों के चावल। ये किस्में विशेष रूप से यूरोपीय संघ, जापान और मध्य पूर्व जैसे उच्च क्रय शक्ति वाले बाजारों को लक्षित करती हैं। सरकार का उद्देश्य वैश्विक मांग के अनुरूप उत्पादन को ढालना और नए बाजारों की संभावनाएं तलाशना है।
रणनीतिक पहल और निर्यात लक्ष्य
वाणिज्य मंत्री पिचाई नरीपत्थापन ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार थाईलैंड के चावल क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वाणिज्य मंत्रालय और कृषि एवं सहकारी मंत्रालय मिलकर थाई चावल को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2025 के लिए चावल निर्यात का लक्ष्य 75 लाख टन रखा गया है, जिसमें गुणवत्ता और उपभोक्ता अपील को प्राथमिकता दी जा रही है।
वैश्विक बाज़ार की चुनौतियों से निपटना
हालाँकि उम्मीदें बड़ी हैं, लेकिन थाईलैंड को वैश्विक बाजार में भारत जैसे देशों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा और अमेरिका में संभावित टैरिफ नीतियों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। फिर भी थाई निर्यातकों को अपनी गुणवत्ता और नए बाजारों की खोज पर भरोसा है, जिससे वे इन बाधाओं को पार कर सकें।
TRC 2025 की मुख्य बातें
विषय | विवरण |
---|---|
कार्यक्रम | 10वां थाईलैंड राइस कन्वेंशन (TRC) 2025 |
तिथि | 26 मई, 2025 |
स्थान | बैंकॉक, थाईलैंड |
अनुमानित अतिरिक्त निर्यात | 1,00,000 टन |
अनुमानित आय | 2 अरब थाई बाथ से अधिक |
प्रचारित चावल की किस्में | जैस्मिन, ऑर्गेनिक, लो-कार्बन, GI, स्पेशलिटी चावल |
लक्षित बाज़ार | यूरोपीय संघ, जापान, मध्य पूर्व |
2025 निर्यात लक्ष्य | 75 लाख टन |
निष्कर्ष: वैश्विक चावल बाजार में थाईलैंड की मज़बूत मौजूदगी
TRC 2025 में थाईलैंड की सक्रिय भागीदारी उसके वैश्विक चावल निर्यात को बढ़ाने के संकल्प को दर्शाती है। प्रीमियम गुणवत्ता वाले चावल और रणनीतिक बाज़ार विस्तार के जरिए थाईलैंड न केवल अपनी वैश्विक पहचान को मजबूत करना चाहता है, बल्कि अपने किसानों और अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचाना चाहता है।