वेपिंग (Vaping) को लंबे समय से “धूम्रपान का सुरक्षित विकल्प” कहा जाता रहा है, लेकिन थाईलैंड में हुई एक दर्दनाक घटना ने इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में एक व्यक्ति की ई-सिगरेट फटने से मौत हो गई यह देश में ऐसा पहला मामला है। इस हादसे ने लोगों को वेपिंग उपकरणों की सुरक्षा और उनसे जुड़ी नियमावली पर दोबारा सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सामान्य वेपिंग बनी मौत का कारण
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, पीड़ित व्यक्ति घर पर ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहा था जब वह अचानक फट गई। तेज़ धमाके के साथ धातु के टुकड़े उसके चेहरे और गर्दन में जा धंसे। आपातकालीन दल मौके पर पहुँचा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
आसपास के लोगों ने बताया कि धमाका छोटे बम जैसा लगा। कुछ ही सेकंडों में आराम का पल मौत का कारण बन गया।
ई-सिगरेट क्यों फटती है?
आख़िर ये उपकरण फटते क्यों हैं? इसका मुख्य कारण है लिथियम-आयन बैटरी। जब ये ज़्यादा गर्म हो जाती हैं या खराब क्वालिटी की होती हैं, तो ये शॉर्ट-सर्किट होकर फट सकती हैं। बहुत से यूज़र्स यह नहीं जानते कि ये बैटरियां कितनी संवेदनशील और ख़तरनाक हो सकती हैं अगर इन्हें ठीक से संभाला न जाए।
यहाँ ई-सिगरेट फटने के सबसे आम कारण दिए गए हैं:
| कारण | विवरण |
|---|---|
| ज़्यादा गर्म होना | डिवाइस को ज़्यादा देर तक चार्ज पर छोड़ना या गर्म जगह रखना |
| खराब बैटरी | सस्ती या नकली बैटरी जो वोल्टेज सहन नहीं कर पाती |
| रखरखाव की कमी | डिवाइस की नियमित सफाई या जांच न करना |
| बैटरी को नुकसान | डिवाइस गिरना या दबना जिससे अंदरूनी क्षति हो |
एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ा हादसा कर सकती है।
वेप यूज़र्स के लिए चेतावनी
यह घटना सभी वेप यूज़र्स के लिए एक चेतावनी है। बहुत से लोग सोचते हैं कि वेपिंग धूम्रपान से “ज्यादा हेल्दी” है, लेकिन इसके मैकेनिकल खतरे को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
थाईलैंड की स्वास्थ्य एजेंसियां अब इस हादसे की जांच कर रही हैं कि विस्फोट कैसे हुआ और क्या डिवाइस सुरक्षा मानकों पर खरी उतरती थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि हमेशा भरोसेमंद ब्रांड्स की ई-सिगरेट खरीदें, प्रोडक्ट रिकॉल्स चेक करें और डिवाइस को मॉडिफाई न करें। सोचिए, क्या आप अपनी कार में अज्ञात पार्ट्स लगाएँगे?
बड़ी तस्वीर
यह मामला भले ही थाईलैंड में पहला हो, लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में ऐसे हादसे पहले भी हुए हैं। ज्यादातर घटनाएं कम गुणवत्ता या बिना नियमन वाले वेप उत्पादों से जुड़ी रही हैं। यह घटना याद दिलाती है कि धूम्रपान छोड़ने के लिए बनाई गई तकनीक कभी-कभी उल्टा असर भी कर सकती है सचमुच विस्फोटक तरीके से।
निष्कर्ष
थाईलैंड में ई-सिगरेट फटने से हुई मौत ने वेपिंग संस्कृति के छिपे हुए खतरों को उजागर कर दिया है। जब तक सख्त नियम और सुरक्षा मानक लागू नहीं होते, तब तक उपयोगकर्ताओं को खुद अपने उपकरणों को सावधानी से इस्तेमाल करना होगा। कभी-कभी जो “साधारण कश” लगता है, वही जानलेवा साबित हो सकता है।