2 अगस्त 2025 को एक टीवी शो में थाई फॉर्च्यून टेलर वोर्राचा “प्लाई” पिनित्रोकाकोर्न (जिन्हें प्लाई प्राइ क्रासिप के नाम से जाना जाता है) ने थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर बड़े संघर्ष की भविष्यवाणी कर दी। उनकी इस बात ने डर का माहौल बना दिया। नतीजा दो वकीलों ने उनके खिलाफ थाईलैंड के दंड संहिता के तहत केस दर्ज करवाया।
उन्होंने क्या कहा और क्यों मचा हंगामा
प्लाई ने कहा कि एक-दो दिन के अंदर सीमा पर हमला होगा। उन्होंने गांववालों को घर न लौटने की सलाह दी और कहा कि असली हथियार तो अभी नहीं इस्तेमाल होंगे, लेकिन साल के अंत तक जरूर होंगे।
इतना ही नहीं, उन्होंने राजनीति पर भी बात की कहा कि नवंबर या दिसंबर तक नया प्रधानमंत्री आएगा जिसका नाम “P” से शुरू होगा, और वो थोड़ा स्वार्थी और जल्द फैसले लेने वाला होगा।
उनकी बातें सुनकर कई ग्रामीण घबरा गए। लोगों ने पूजा-पाठ और सामाजिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। कुछ पूर्व पुलिस अधिकारियों ने इसे डर फैलाने की साजिश बताया।
धारा 384 के तहत मामला दर्ज
5 अगस्त को वकील किर्दपोन कावेकीर्द और रॉन्नारोंग कैवपेट ने प्लाई के खिलाफ पाक क्रेट पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया। उन पर धारा 384 के तहत आरोप लगा “जानबूझकर गलत जानकारी फैलाना जिससे जनता में डर फैल सकता है।” सजा? एक महीने तक की जेल, या 10,000 बाट तक का जुर्माना, या दोनों।
वकीलों ने कहा कि वे सिर्फ चेतावनी देना चाहते हैं, लेकिन अगर जांच में और आरोप साबित हुए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्लाई अभी अस्पताल में भर्ती हैं और पुलिस के सामने पेश नहीं हुई हैं।
मुख्य जानकारी एक नजर में
विषय | विवरण |
---|---|
फॉर्च्यून टेलर | वोर्राचा “प्लाई” पिनित्रोकाकोर्न (प्लाई प्राइ क्रासिप) |
भविष्यवाणी | 1–2 दिन में सीमा संघर्ष, साल के अंत तक नया PM |
असर | ग्रामीणों में दहशत, कार्यक्रम रद्द, तनाव |
केस दर्ज | 5 अगस्त 2025, पाक क्रेट पुलिस स्टेशन |
कानून | धारा 384 – झूठी सूचना देकर डर फैलाना |
सजा | 1 महीने जेल, 10,000 बाट जुर्माना, या दोनों |
क्यों बना मामला इतना बड़ा?
थाईलैंड में ज्योतिषियों की बातों को बहुत लोग सच मानते हैं। ऐसे में जब कोई लोकप्रिय फॉर्च्यून टेलर हिंसा और राजनीति की बात करता है, तो बात फैलती है। कई जगह लोगों ने डर के कारण समारोह रद्द कर दिए।
देश की सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर इस तरह की बयानबाजी जनता में बेचैनी बढ़ा देती है। और जब कोई ठोस सबूत न हो, तब ये बातें कानून का मुद्दा बन जाती हैं।
अब आगे क्या?
जैसे ही प्लाई की तबीयत सुधरेगी, पुलिस उन्हें तलब करेगी। उनका इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट जांचा जाएगा। अगर और झूठी या भ्रामक बातें सामने आईं, तो नए आरोप भी लग सकते हैं।
इस केस से शायद एक मिसाल बनेगी कि पब्लिक फिगर चाहे ज्योतिषी ही क्यों न हो, उन्हें सोच-समझकर बोलना होगा, खासकर जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो।
निष्कर्ष
कभी-कभी रहस्य और कानून की दुनिया टकरा जाती है। एक साधारण भविष्यवाणी, जो शायद चेतावनी के तौर पर दी गई थी, अब कोर्टरूम में चर्चा का विषय बन चुकी है। थाईलैंड में ये साफ हो गया है किसी भी सार्वजनिक बयान का असर बड़ा हो सकता है, और जिम्मेदारी से बोलना जरूरी है।