मई 2025 में, थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा एक अहम राजनयिक मिशन पर लंदन पहुंचीं। इस यात्रा का उद्देश्य था थाईलैंड और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करना और थाई सांस्कृतिक प्रभाव को बढ़ावा देना। यह यात्रा थाईलैंड की वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा: मुक्त व्यापार समझौते की पहल
प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य था थाईलैंड-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की संभावनाओं पर चर्चा की शुरुआत करना। इस समझौते से थाई निर्यातकों को विशेषकर कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में बाजार तक बेहतर पहुंच मिलने की उम्मीद है।
यूके, यूरोप में थाईलैंड का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और दोनों देशों के बीच वार्षिक व्यापार करीब 6.66 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। थाईलैंड से यूके में प्रमुख निर्यातों में प्रोसेस्ड चिकन, मशीनरी, आभूषण और ऑटो पार्ट्स शामिल हैं। एक FTA इन मौजूदा व्यापारिक रास्तों को मजबूत करने के साथ-साथ नए क्षेत्रों के लिए भी दरवाज़े खोल सकता है।
थाई पेशेवरों को अवसर: विदेशों में रोजगार के नए रास्ते
इस यात्रा में व्यापार के अलावा एक और अहम पहलू था थाई पेशेवरों के लिए यूके में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना। यूके में कुशल थाई शेफ और पारंपरिक मसाज विशेषज्ञों की मांग लगातार बढ़ रही है, जो थाईलैंड के लिए अपने “मानव संसाधन” का निर्यात करने का अवसर बन सकता है।
थाई सरकार उन पेशेवरों के लिए सपोर्ट सिस्टम और संसाधन तैयार कर रही है जो विदेश में काम करना चाहते हैं, ताकि वे वहां आसानी से बस सकें और अपनी पहचान बना सकें।
सांस्कृतिक कूटनीति: थाई व्यंजन और विरासत का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न की इस यात्रा में थाईलैंड की “सॉफ्ट पावर” यानी सांस्कृतिक शक्ति को भी प्रमुखता मिली। उन्होंने लंदन में थाई SELECT सर्टिफिकेशन के नए रूप की शुरुआत की—यह कार्यक्रम विदेशों में असली थाई रेस्तरां को मान्यता देता है।
इस कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश मीडिया और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को थाईलैंड के पारंपरिक स्नैक ‘मिआंग खाम’ का स्वाद चखाया। इस तरह की सांस्कृतिक पहलें दोनों देशों के लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने का काम करती हैं।
प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न की यूके यात्रा के प्रमुख बिंदु
मुख्य क्षेत्र | उपलब्धियां और पहल |
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व्यापारिक संबंध | थाईलैंड-यूके मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत की शुरुआत। |
रोजगार के अवसर | यूके में थाई पेशेवरों के लिए रोजगार के नए अवसर तलाशने की पहल। |
सांस्कृतिक प्रचार | असली थाई व्यंजन को बढ़ावा देने के लिए थाई SELECT सर्टिफिकेशन लॉन्च। |
व्यापारिक बातचीत | ब्रिटिश उद्योगपतियों से निवेश और सहयोग पर चर्चा की। |
निष्कर्ष: भविष्य की साझेदारी की नींव
प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा की यूके यात्रा थाईलैंड की अंतरराष्ट्रीय रणनीति में एक बड़ा और ठोस कदम है। व्यापार, रोजगार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर केंद्रित यह यात्रा दोनों देशों के बीच एक गहरे और लाभकारी रिश्ते की नींव रखती है। बदलती वैश्विक परिस्थितियों में, इस तरह की साझेदारियां साझा विकास और स्थिरता के लिए बेहद अहम हैं।