प्राचीनबुरी में आइसक्रीम विक्रेता पर गोलीबारी – मीठी शाम बन गई खौफनाक।

क्या आपने कभी सोचा था कि आइसक्रीम बेचने जैसा शांत काम हिंसा में बदल सकता है? 14 जून 2025 की शाम प्राचीनबुरी के कबिनबुरी ज़िले में ऐसा ही हुआ। कबिन चलोएम रात पार्क के पास एक आम-सी शांत शाम अचानक गोलियों की आवाज़ में बदल गई — और एक जानी-पहचानी आइसक्रीम विक्रेता गंभीर रूप से घायल हो गई। एक प्रतिद्वंद्वी की जलन ने सब कुछ तबाह कर दिया।

टकराव की ठंडी चम्मच – उस रात क्या हुआ?

कल्पना कीजिए: 49 वर्षीय पत्तनरिन चावलीसन, एक स्थानीय आइसक्रीम विक्रेता, पार्क के गेट के पास अपनी गाड़ी लगाए ग्राहकों को मिठास परोस रही थीं। उसी समय, ठीक उसी ब्रांड का दूसरा विक्रेता वहां आया — और माहौल गरमाने लगा। कुछ तीखी बहस के बाद, उस व्यक्ति ने अचानक बंदूक निकाली और पत्तनरिन को उनके दाहिने बगल के नीचे गोली मार दी। फिर वह अपनी मोटरसाइकिल पर फरार हो गया, पीछे छोड़ गया खून और अफरा-तफरी।

सज्जा बुद्धथाम फाउंडेशन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल थिरावत यामोन और उनकी टीम मौके पर पहुंची। लोग स्तब्ध रह गए — आइसक्रीम, पार्क, गर्मी की शाम — और एक पल में सब कुछ बदल गया।

पीड़िता – एक प्रिय चेहरा, अब दर्द में

पत्तनरिन सिर्फ एक विक्रेता नहीं थीं — वो समुदाय की जान थीं। 49 साल की उम्र में वो सालों से लोगों की जिंदगी में मिठास घोल रही थीं। गोली उनके दाहिने बगल में लगी, और डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत कबिनबुरी अस्पताल में भर्ती कराया। पूरे शहर की सांसें थम गईं।

चल रही है पुलिस की तलाश – कौन, कहां, कैसे?

यह रहा घटना की जांच का सारांश:

विवरण जानकारी
घटना का समय 14 जून 2025, रात 8:30 बजे
स्थान कबिन चलोएम रात पार्क का प्रवेश द्वार, सुवन्नासन रोड
पीड़िता पत्तनरिन चावलीसन, 49 वर्षीय आइसक्रीम विक्रेता
चोटें दाहिने बगल में गोली लगी, गोली शरीर में ही फंसी हुई है
आरोपी पुरुष आइसक्रीम विक्रेता, गोली मारकर बाइक से फरार
मुख्य अधिकारी पुलिस कर्नल सिवाचनात खुमसुप, कबिनबुरी पुलिस
मौजूदा स्थिति आरोपी फरार, पुलिस द्वारा व्यापक तलाश जारी

पुलिस पूरे इलाके की छानबीन कर रही है — CCTV फुटेज, गवाहों के बयान, और टिप्स की जांच जारी है।

आखिर आइसक्रीम पर इतनी गर्मी क्यों?

सुनने में अजीब लगता है कि दो आइसक्रीम विक्रेता भिड़ जाएं, लेकिन सच्चाई ये है कि लोकल बाजारों में प्रतिस्पर्धा बहुत तीव्र होती है। एक लोकप्रिय ब्रांड को अच्छे स्थान पर बेचना मतलब ज्यादा ग्राहक और ज्यादा कमाई। ऐसे में जगह और ग्राहक को लेकर विवाद बढ़ना आम बात है। लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि गोली चल गई।

आपने कभी दो फूड ट्रकों को ग्राहकों के लिए आपस में बहस करते देखा है? ऐसा ही कुछ हुआ, बस यहां बहस जानलेवा बन गई।

आगे क्या? – जांच, गिरफ्तारी और इंसाफ की राह

पुलिस के अगले कदम:

  1. CCTV और गवाहों से आरोपी की तलाश

  2. बुलेट की फॉरेंसिक जांच

  3. पार्क में मौजूद लोगों से पूछताछ

  4. हथियार की पहचान और लाइसेंस की जांच

  5. गिरफ्तारी के बाद कानूनी कार्रवाई – हत्या की कोशिश और अवैध हथियार रखने का मामला

पुलिस कर्नल सिवाचनात ने जनता से सहयोग मांगा है — कोई भी जानकारी छोटी नहीं होती।

क्या सार्वजनिक जगहें अब सुरक्षित हैं?

घटना एक ऐसे पार्क में हुई जहां आम तौर पर बच्चे, jogger और परिवार आते हैं। पार्क का क्षेत्रफल लगभग 400 राय (160 एकड़) है। इतना बड़ा और खुला स्थान — और फिर भी वहां हिंसा हुई। सवाल उठते हैं: क्या अब हर सार्वजनिक जगह पर स्थायी पुलिस गश्त जरूरी है? क्या हर विक्रेता की जांच होनी चाहिए?

गूंजते असर – ये सिर्फ आइसक्रीम की बात नहीं

देखने में ये घटना सिर्फ दो विक्रेताओं का विवाद लगती है, लेकिन असल में ये गहरी समस्याओं को उजागर करती है:

  • सड़क विक्रेताओं की असुरक्षा

  • प्रतिस्पर्धा में हिंसा का जोखिम

  • सार्वजनिक स्थलों में बढ़ती असुरक्षा की भावना

  • रोकथाम बनाम प्रतिक्रिया – क्या पहले रोकथाम संभव थी?

ये सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की खामियों को उजागर करती है।

पार्क में जाने वालों के लिए सुरक्षा सुझाव

आइसक्रीम लेना और पार्क में घूमना हर किसी को पसंद है, लेकिन अब थोड़ी सतर्कता जरूरी है:

  • किसी के साथ जाएं – अकेले से बेहतर दो हैं।

  • माहौल पर नज़र रखें – अगर कोई झगड़ा या असामान्य हरकत हो, सतर्क रहें।

  • संकेत मिलने पर तुरंत रिपोर्ट करें – पुलिस को जानकारी देना आपकी जिम्मेदारी है।

  • अच्छी लाइट और सुरक्षा वाले इलाके चुनें

  • निकासी रास्ता जानें – संकट के समय फुर्ती से बाहर निकलना जरूरी होता है।

क्या स्थानीय प्रशासन समाधान निकाल सकता है?

समाधान के तौर पर:

  • लाइसेंस ज़ोन बनाए जाएं – एक ही ब्रांड के दो विक्रेता एक स्थान पर न हों।

  • विक्रेता बैठकें करवाई जाएं – जहां समस्या पहले ही हल हो सके।

  • मध्यस्थता टीम हो – जो छोटे विवादों को बड़ा बनने से रोके।

  • सॉफ्ट ट्रेनिंग दी जाए – झगड़ा सुलझाने की प्राथमिक ट्रेनिंग से शुरुआत हो।

छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं।

निष्कर्ष

एक शांत शाम, आइसक्रीम और पार्क के साथ शुरू हुई — और गोली से खत्म हुई। 14 जून 2025 की ये घटना हमें बताती है कि कभी-कभी सबसे सामान्य दिखने वाली चीजें भी खतरनाक बन सकती हैं। पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन इस केस ने बड़ा सवाल खड़ा किया है: क्या हमारी सार्वजनिक जगहें सुरक्षित हैं? और क्या छोटे व्यवसायियों के लिए कोई सुरक्षा है?

हमें एक ऐसे समाज की जरूरत है जहां आइसक्रीम सिर्फ मिठास बांटे, डर नहीं।

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