एक आम डिलीवरी कैसे बन गई डरावना अनुभव
सोचिए आप एक डिलीवरी राइडर हैं, बैंकॉक की व्यस्त सड़कों पर मेहनत कर रहे हैं ताकि रोज़ की ज़रूरतें पूरी कर सकें। ऐसे में एक दिन आपको डॉन मुएआंग इलाके में एक डिलीवरी करनी होती है, जो किसी भी आम ऑर्डर की तरह लगता है। लेकिन वहां पहुंचते ही जो कुछ होता है, वो आपकी कल्पना से भी परे होता है। एक महिला डिलीवरी राइडर की यही सच्ची कहानी है, जो सामने आई है और गिग इकोनॉमी वर्कर्स की असुरक्षा को उजागर करती है।
घटना: दोस्ताना बातचीत से शुरू होकर अश्लील प्रस्ताव तक
यह राइडर थोड़ी अतिरिक्त कमाई के लिए एयरफोर्स हाउसिंग परिसर में एक ऑर्डर लेकर पहुंचती है। वहां एक व्यक्ति मिलता है जो पहले तो बहुत सभ्य और दोस्ताना व्यवहार करता है। वह उसकी नौकरी के बारे में पूछता है और उसका कॉन्टैक्ट नंबर मांगता है। उसका व्हाट्सएप डीपी एक पारिवारिक फोटो था, जिससे उस पर भरोसा करना आसान लग रहा था।
लेकिन जल्द ही मामला बिगड़ने लगता है। वह व्यक्ति राइडर से कहता है कि वह उसकी बाइक चला सकता है और उसे अपने फ्लैट ले जाकर कुछ पैसे कमा सकता है। राइडर को कुछ गड़बड़ लगता है और वह बहाना बनाकर कहती है कि उसे जल्दी किसी और जगह पहुंचना है वरना उसे जुर्माना देना पड़ेगा। लेकिन वह आदमी बाज नहीं आता और दो घंटे के लिए 600 बाथ (लगभग ₹1,500) का प्रस्ताव रखता है।
डर के बीच बहादुरी: बातचीत को रिकॉर्ड करने की कोशिश
जब माहौल असहज होता गया, तो राइडर ने अपने फोन से बातचीत रिकॉर्ड करने की कोशिश की। उस आदमी ने यह नोटिस किया और कहा कि “पैसे कमाना आसान नहीं है, ज़्यादा मत सोचो।” उसने राइडर को धमकाया कि अगर अभी नहीं तो अगली बार मिलना होगा। बाइक चलाते समय उसने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे मजबूर किया कि वह उसे पकड़ कर बैठे—जिससे राइडर बेहद डर गई।
गंतव्य पर पहुंचने के बाद, राइडर ने रामखामहेंग इलाके में एक जानकार को फोन किया और मदद मांगी। अंततः वह व्यक्ति वहां से चला गया, जिससे राइडर को मौका मिला कि वह वहां से निकल सके। हालांकि वह इसके बाद भी लगातार मैसेज करता रहा। राइडर के पार्टनर ने जवाब दिया और माफी मांगने के लिए कहा, साथ ही पुलिस स्टेशन में मिलने को कहा, लेकिन वह व्यक्ति तैयार नहीं हुआ और धमकी देने लगा।
घटना के बाद: मदद की उम्मीद और न्याय की लड़ाई
अब यह महिला राइडर डर के कारण काम पर नहीं जा पा रही है, भले ही वह हमेशा पूरी तरह से ढकी हुई रहती है ताकि कोई गलत इरादा न बना सके। उसे शक है कि वह आदमी डॉन मुएआंग में ही रहता है और संभव है कि उसने पहले भी औरों के साथ ऐसा किया हो। इस पोस्ट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, “साई माई मस्ट सर्वाइव” पेज के संस्थापक एकाफोप लुआंगप्रासर्ट ने मदद के लिए संपर्क किया और एक बैठक की योजना बनाई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि वह व्यक्ति फर्जी वायुसेना अधिकारी बनकर प्रतिबंधित इलाके में घुसा और राइडर से बाइक चलाने की अनुमति ली। रास्ते में उसने जबरन राइडर का हाथ अपनी पैंट पर रखा और धमकाया कि अगर वह प्रतिरोध करेगी तो दुर्घटना हो सकती है। डर के मारे राइडर चुप रही, लेकिन जैसे ही मौका मिला, वह वहां से निकल गई।
जोखिम की स्पष्ट तस्वीर: एक नज़र में खतरे (तालिका)
समस्या | विवरण |
---|---|
अधिकारी का फर्जीवाड़ा | व्यक्ति ने खुद को वायुसेना अधिकारी बताया ताकि भरोसा जीत सके। |
शारीरिक छेड़छाड़ | बाइक चलाते समय उसने जबरन शारीरिक संपर्क किया। |
मानसिक धमकी और डर | धमकियों और लालच से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। |
तत्काल सहायता की कमी | राइडर को खुद अपने जान-पहचान वालों से मदद मांगनी पड़ी। |
घटना के बाद भी उत्पीड़न | व्यक्ति घटना के बाद भी कॉल और मैसेज कर परेशान करता रहा। |
निष्कर्ष: डिलीवरी वर्कर्स की सुरक्षा समय की ज़रूरत
यह घटना यह साबित करती है कि डिलीवरी जैसे सामान्य काम करने वाले लोगों—खासकर महिलाओं—को भी खतरे का सामना करना पड़ता है। कंपनियों को चाहिए कि वे ग्राहकों की पहचान अच्छे से सत्यापित करें और राइडर्स को सुरक्षा से जुड़े टूल्स और ट्रेनिंग उपलब्ध कराएं। साथ ही, समाज को भी इन वर्कर्स के प्रति जागरूक होना होगा और उनके लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना होगा।