फुकेत के मेयर सिरी रतसादा ने एक ऐसा विज़न पेश किया है जो केवल पर्यटन तक सीमित नहीं है। उनकी योजना 7 मज़बूत स्तंभों पर आधारित है, जो इस द्वीप को एक टिकाऊ, स्मार्ट और उच्च-मूल्य गंतव्य में बदलने के लिए तैयार है—यहां सिर्फ बीच पर धूप सेंकने वाले नहीं, बल्कि मेडिकल टूरिस्ट, डिजिटल नोमाड, खिलाड़ी, छात्र, मछुआरे… सभी के लिए कुछ है।
वेलनेस और मेडिकल टूरिज्म हब
“स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है।”
फुकेत पहले से ही विश्व-स्तरीय वेलनेस सेंटरों से भरा हुआ है। अब रतसादा इसे अगले स्तर पर ले जा रहे हैं: यानी पूरा मेडिकल और वेलनेस इकोसिस्टम। लग्ज़री स्पा, एडवांस्ड मेडिकल सुविधाएं, रिकवरी रिसॉर्ट और होलिस्टिक हीलिंग—सब एक ही जगह।
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Andaman Health + Wellness Centre में 5.1 अरब थाई बहत का निवेश होगा।
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स्मार्ट-हेल्थ प्लेटफॉर्म, टेलीमेडिसिन और अंतरराष्ट्रीय मानकों की सुविधाएं इसे एक भरोसेमंद हब बनाएंगी।
क्यों ज़रूरी है?
वेलनेस टूरिज्म केवल ट्रेंड नहीं, एक लॉन्ग-टर्म प्लान है। पर्यटक ज्यादा खर्च करते हैं, ज़्यादा दिन रुकते हैं और सीज़न के बाहर भी आते हैं।
फुकेत को गैस्ट्रोनॉमी की राजधानी बनाना
स्वाद, मसाला और मुनाफा।
रतसादा चाहते हैं कि फुकेत का नाम दुनिया के फूड मैप पर हो।
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स्थानीय उत्पादों के लिए GI सर्टिफिकेशन लाकर असलीपन को बढ़ावा मिल रहा है।
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खाना सिर्फ पेट भरने का ज़रिया नहीं, यह पर्यटन, व्यवसाय और संस्कृति को जोड़ता है।
एक नज़र में टेबल
स्तंभ | लक्ष्य | प्रभाव |
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सर्टिफिकेशन | GI, ISO, सेफ्टी | विश्वसनीयता में इज़ाफा |
ईवेंट्स | फूड फेस्ट, मास्टरक्लास | पर्यटकों का विविध आकर्षण |
सप्लाई चेन | लोकल फॉर्म से टेबल तक | छोटे व्यापारों को बल |
निष्कर्ष
फुकेत अब सिर्फ सी-फूड नहीं, हाई-वैल्यू गैस्ट्रोनॉमी के लिए भी जाना जाएगा।
स्मार्ट टेक्नोलॉजी और शिक्षा केंद्र
अब फुकेत सिर्फ ‘बीच’ नहीं, एक डिजिटल ब्रेनहब भी है।
रतसादा टेक्नोलॉजी को विकास की धुरी बना रहे हैं।
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स्मार्ट सिटी प्लान: वाई-फाई, CCTV, स्मार्ट पियर्स, और AI से संचालित ट्रैफिक लाइट्स।
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लक्ष्य है फुकेत को एक एजुकेशन और डिजिटल लर्निंग हब बनाना।
क्यों अहम है?
बेहतर ट्रैफिक, तेज़ सेवाएं, और डेटा पर आधारित योजना। साथ में डिजिटल नोमाड्स और छात्रों को भी आकर्षण मिलेगा।
स्पोर्ट्स टूरिज्म और फिटनेस कल्चर
दौड़ो, तैरो, साइक्लिंग करो—और खर्च भी।
स्पोर्ट्स ईवेंट्स, ट्रेनिंग कैंप, इंटरनेशनल टूरिज्म—सब बढ़ेगा।
फायदा किसे होगा?
होटल, कैफे, किराए की दुकानों से लेकर स्थानीय युवाओं को ट्रेनिंग और रोज़गार तक, ये हर जगह असर डालेगा।
समुद्री पर्यटन और याचिंग हब
समंदर से आज़ादी और कमाई दोनों।
फुकेत की नौवहन व्यवस्था को नया रूप दिया जा रहा है:
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डीप सी पोर्ट, निजी मरीना और बोट टैक्सी सिस्टम तैयार किए जाएंगे।
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इससे ट्रैफिक कम होगा और पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा।
बड़ा असर
याच टूरिज्म हाई-एंड है। इसका मतलब है ज़्यादा खर्च करने वाले पर्यटक और तकनीकी नौकरियों की बढ़ोतरी।
मत्स्य व्यवसाय और ट्यूना व्यापार
समुद्र से थाली तक और एक्सपोर्ट तक।
फुकेत को ट्यूना प्रोसेसिंग और व्यापार का ASEAN हब बनाया जाएगा।
साथ में सततता
स्थानीय मछुआरों को आधुनिक तकनीक सिखाई जाएगी ताकि वे टिकाऊ तरीके से मछली पकड़ सकें।
MICE और कॉर्पोरेट सम्मेलन
सिर्फ बीच नहीं, अब बोर्डरूम भी।
अब फुकेत बड़े बिजनेस सम्मेलनों और कॉर्पोरेट मीटिंग्स के लिए तैयार हो रहा है।
फायदा क्या है?
कॉर्पोरेट पर्यटक सीज़न के बाहर भी आते हैं, ज्यादा खर्च करते हैं और स्थिर पर्यटन को बढ़ावा देते हैं।
ट्रांसपोर्ट और इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़ा निवेश
जाम नहीं, जेट स्पीड।
148 अरब थाई बहत इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया जा रहा है:
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एयरपोर्ट का विस्तार: 12.5 → 18 मिलियन यात्री प्रतिवर्ष
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दूसरा एयरपोर्ट (Andaman Airport): 80 अरब बहत
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सड़कें और सुरंगें: काथु-पटोंग टनल, एक्सप्रेसवे, इंटरचेंज
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भविष्य का ट्राम सिस्टम भी योजना में है
पर्यावरण संरक्षण
वेस्ट प्रोसेसिंग, बाढ़ नियंत्रण, और स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम्स को बढ़ाया जा रहा है।
निष्कर्ष: फुकेत 2.0 की ओर एक मज़बूत क़दम
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अर्थव्यवस्था को बूस्ट: हाई-वैल्यू टूरिज्म से आय में बढ़ोतरी
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रोज़गार के अवसर: डॉक्टर, शिक्षक, नाविक, डिजिटल एक्सपर्ट्स
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संस्कृति को बढ़ावा: बेहतर ढांचा, शिक्षा और स्थानीय गर्व
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सतत विकास: पर्यावरण सुरक्षा और दीर्घकालिक सोच
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वैश्विक ब्रांडिंग: फुकेत अब सिर्फ बीच पार्टी नहीं, एक संपूर्ण अनुभव है