फुकेत के इमिग्रेशन अधिकारियों ने वीज़ा ओवरस्टे (अवधि से अधिक रुकने) के खिलाफ सख्ती करते हुए एक अभियान चलाया।
19 मई 2025 को की गई एक संगठित कार्रवाई में चार विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया जो तय समय से ज्यादा समय तक थाईलैंड में रुके थे।
यह कार्रवाई देशव्यापी स्तर पर चल रहे उस प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इमिग्रेशन कानूनों को सख्ती से लागू करना है।
गिरफ्तार किए गए लोग: कौन पकड़ा गया?
हाल की इस छापेमारी में चार लोगों को पकड़ा गया:
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दो नाइजीरियन नागरिक: इनमें से एक, जिसे “विज़डम” के नाम से जाना जाता है, 761 दिनों तक ओवरस्टे कर रहा था।
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एक आइसलैंड का नागरिक: 43 वर्षीय व्यक्ति, जिसकी वीज़ा वैधता खत्म हो चुकी थी।
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एक इटालियन नागरिक: वीज़ा समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से रह रहा था।
इन गिरफ्तारियों से साफ है कि अधिकारी वीज़ा नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहचानने और निर्वासित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बड़ी तस्वीर: देशभर में हो रही सख्ती
फुकेत में हुई यह कार्रवाई, थाईलैंड में अन्य जगहों पर हो रही इमिग्रेशन सख्ती का ही हिस्सा है।
उदाहरण के लिए, बैंकॉक के खाओसान रोड पर भी हाल ही में एक छापेमारी में आठ विदेशियों को अवैध रोजगार और वीज़ा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
इन कार्रवाइयों का मकसद है थाईलैंड को एक कानून का पालन करने वाला और सुरक्षित पर्यटक स्थल बनाए रखना।
क्या होता है वीज़ा ओवरस्टे का अंजाम?
थाईलैंड में वीज़ा अवधि खत्म होने के बाद रुकने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं:
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जुर्माना: प्रति दिन 500 भाट, अधिकतम 20,000 भाट तक।
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ब्लैकलिस्टिंग: अगर कोई व्यक्ति 90 दिनों से अधिक ओवरस्टे करता है, तो उसे एक साल या उससे अधिक समय के लिए थाईलैंड में प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया जा सकता है।
यह इस पर निर्भर करता है कि वह स्वेच्छा से सरेंडर करता है या पकड़ा जाता है।
इसलिए विदेशी नागरिकों को वीज़ा नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
फुकेत में हालिया गिरफ्तारियां इस बात की याद दिलाती हैं कि थाईलैंड अपने इमिग्रेशन नियमों को लेकर बेहद गंभीर है।
जहां एक ओर यह देश पर्यटकों और प्रवासियों का स्वागत करता है, वहीं यह सुनिश्चित करता है कि सभी लोग कानून के दायरे में रहें।
विदेशी नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वीज़ा की वैधता पर नजर रखें और समय रहते उसे नवीनीकृत कराएं।