थाईलैंड का व्यावसायिक माहौल इन दिनों चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। 2025 के पहले चार महीनों में ही लगभग 4,000 कंपनियों ने अपने दरवाज़े हमेशा के लिए बंद कर दिए—जो पिछले साल की तुलना में 8.3% की बढ़ोतरी है।
हालांकि इसी अवधि में 30,148 नए व्यवसाय भी शुरू हुए, लेकिन जो व्यवसाय बंद हुए, उन्होंने करीब 16 अरब baht की पंजीकृत पूंजी पीछे छोड़ दी। इससे ये साफ है कि समस्या सतही नहीं, बल्कि गहराई में है।
व्यवसाय बंद होने के मुख्य कारण
1. कमजोर उपभोक्ता खर्च
खासतौर पर ग्रामीण और प्रांतीय क्षेत्रों में थोक और खुदरा क्षेत्र में गिरावट आई है। ग्राहकों ने ज़रूरी चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 15-30% तक खर्च घटा दिया है। इससे देश भर के 400,000 से ज़्यादा छोटे दुकानों पर असर पड़ा है। लागत बढ़ने और प्रतिस्पर्धा तेज़ होने के कारण कई व्यवसाय टिक नहीं पा रहे हैं।
2. सस्ते आयात का दबाव
थाईलैंड ने हाल ही में सस्ते और निम्न-गुणवत्ता वाले चीनी उत्पादों के आयात पर अंकुश लगाने के प्रयास किए हैं, जिससे 20% तक की गिरावट आई है। लेकिन इन कदमों का असर देर से आया, जिससे कई व्यवसाय पहले ही प्रभावित हो चुके थे। उदाहरण के लिए, “Ben’s Socks” जैसी कंपनियों की बिक्री में 80% तक गिरावट आई।
3. बढ़ती परिचालन लागत
ऊर्जा, परिवहन और ब्याज दरों जैसी लागतों में वृद्धि के कारण उत्पादन महँगा हो गया है। थाई इंडस्ट्रीज़ फेडरेशन (FTI) ने सरकार से व्यापारियों को राहत देने वाले उपायों की मांग की है।
4. तकनीकी और नीतिगत चुनौतियाँ
डिजिटल तकनीक और वैश्विक रुझानों के साथ कदम न मिलाने वाले व्यवसायों के बंद होने का खतरा ज़्यादा है। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक और घरेलू उपकरण जैसे क्षेत्रों में तकनीकी बदलाव में देरी भारी पड़ रही है।
रोज़गार और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
उत्पादन क्षेत्र संकट से गुजर रहा है। पिछले दो वर्षों में हर महीने औसतन 100 से अधिक कंपनियाँ बंद हुई हैं। इस ट्रेंड के 2025 में भी जारी रहने की संभावना है, जिससे छोटे और बड़े सभी प्रकार के व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं।
हालांकि सेवा क्षेत्र—खासतौर पर पर्यटन—ने इस संकट को थोड़ा कम किया है। इसमें कर्मचारियों की माँग बढ़ रही है, जिससे रोज़गार दर 87% से बढ़कर 99% हो गई है। टूर गाइड, शेफ, और स्पा थेरेपिस्ट जैसे विशेष कौशल वाले पेशों की मांग तेज़ी से बढ़ी है।
विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसाय बंद होने की संख्या (2024)
क्षेत्र | बंद हुए व्यवसायों की संख्या | मुख्य समस्याएँ |
---|---|---|
स्टील और धातु | उच्च | उच्च उत्पादन लागत, सस्ते आयात |
खुदरा और थोक व्यापार | 400,000 से अधिक दुकानें | उपभोक्ता खर्च में गिरावट, तीव्र प्रतिस्पर्धा |
विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) | 561 फैक्ट्रीज़ | बढ़ती लागत, तकनीकी बदलाव में देरी |
सेवा क्षेत्र (पर्यटन) | रोज़गार बढ़ा रहा है | विशेष कौशल की मांग में वृद्धि |
निष्कर्ष
थाईलैंड की अर्थव्यवस्था फिलहाल परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। उपभोक्ता खर्च में गिरावट, सस्ते आयात का दबाव, बढ़ती लागत और तकनीकी बदलाव में देरी जैसे कारणों ने व्यवसायों पर गंभीर असर डाला है। हालांकि सेवा क्षेत्र, खासकर पर्यटन, ने संकट से उबरने की एक उम्मीद दिखाई है। आगे की राह में सरकार की रणनीति और व्यापारियों की अनुकूलता ही इस आर्थिक उथल-पुथल को स्थिरता में बदल सकती है।